Wednesday, October 31, 2018

आगरा में निर्माणाधीन पुल का एक बड़ा हिस्सा गिरा।

निर्माण में लापरवाही का एक बड़ा नमूना आज आगरा में देखने को मिला जब यमुना नदी पर काफी समय से निर्माणाधीन पुल का एक बड़ा हिस्सा ढह गया।
यह पुल नैशनल हाइवे नम्बर दो के चौड़ीकरण का हिस्सा है। दिल्ली से आगरा को पार करता हुआ नैशनल हाइवे नम्बर 2 आगरा में जहाँ यमुना नदी को पार करता है, वहाँ २ पुराने पुल पहले से बने हुए है जिनमे एक पुल सिंगल लेन व दूसरा पुल २ लेन है। पूरे हाइवे को छह लेन करने के इस बड़े प्रोजेक्ट में आगरा के वॉटरवर्क्स पर बन रहा यह पुल लगभग 360 करोड़ की लागत से तैयार हो रहा था। आज दोपहर इस पुल के सपोर्ट स्ट्रक्चर में कमी की वजह से एक खम्बा भरभरा कर गिर गया व तीन बड़े गरडर धसक गए। गनीमत यह रही के उस वक़्त सभी कर्मचारी व लबेर लंच के लिए साइट से अलग थे अन्यथा इस घटना का अंजाम अति भयंकर हो सकता था। फ़िलहाल किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है।
हाइवे होने की वजह से यहाँ भारी जाम की स्तिथि बनी हुई है।



Monday, May 14, 2018

आंधी तूफान से बचाव

#जरूरी_सूचना

जब आंधी-तूफान आए तो खुद को इन 8 तरीकों से बचाएं

उत्तर भारत को परेशान करने वाली मौसम संबंधी चिंताओं की लिस्ट में अब एक नया नाम जुड़ गया है. धूल भरी आंधियां और तूफान.

लेकिन इससे भी ज्यादा चिंता की बात ये है ये आंधी तूफान का सिलसिला अभी खत्म नहीं हुआ है. रिपोर्ट के अनुसार, मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों में प्रभावित क्षेत्रों में तेज हवाओं और धूल भरे तूफान का पूर्वानुमान व्यक्त किया है. मअगर ऐसे तूफान फिर से आए तो क्या करना चाहिए? फेसबुक पर खुद को सेफ बताने के अलावा भी कई चीजें हैं जिसकी तैयारी कर लेनी चाहिए. फेसबुक आपको बचाए न बचाए ये उपाय आपको जरुर सुरक्षित रख सकते हैं.

तो जानिए वो 8 उपाय जो तेज आंधी तूफान के समय हमें सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं-

1. उत्तर भारत के लोगों के पास ठंड के समय का खरीदा हुआ मास्क जरुर पड़ा होगा. अगर आपके पास मास्क है या फिर नहीं है तो खरीद लें और इनका उपयोग करें. ये मास्क आपको धूल से बचाते हैं.

2. अगर आपके पास मास्क नहीं है और धूल भरे तूफान में फंस गए हैं तो सबसे पहले शरीर के उस हिस्से को बचाइए जो सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है: आंखें, नाक, कान और मुंह को ढंक लें. अपने चेहरे को ढंकने के लिए आपके पास जो भी कपड़ा मौजूद है उसका इस्तेमाल करें और धूल को सांस के साथ अंदर लेने से बचें. आपकी त्वचा तो धूल को बर्दाश्त कर सकती है लेकिन इसे सांस के साथ अंदर लेना खतरनाक है.
धूल आपकी आंखों को भी नुकसान पहुंचा सकता है और चाहे जैसे भी हो आप इन्हें बचाएं. इसलिए आपको अपने साथ चश्मा या फिर गॉगल जरुर रखना चाहिए.

3. कहीं भी छुपने की जगह खोजें. और अगर छुपने की जगह न मिले तो जिधर से आंधी आ रही है उसी दिशा में झुककर खड़े हो जाएं. इससे आप सीधा धूल के संपर्क में आने से बच जाएंगे.

4. अगर तूफान आने के वक्त आप गाड़ी चला रहे हैं, तो एक सुरक्षित जगह पर रुक जाएं और तूफान के शांत होने या निकल जाने की प्रतीक्षा करें. धूल भरे तूफान सड़क पर दृश्यता को बहुत बुरी तरह प्रभावित करते हैं जिससे सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है. साथ ही गाड़ी की खिड़की बंद रखें.

5. किसी मजबूत दीवार के पीछे छुप जाएं. उच्च तीव्रता से चलने वाली हवाओं में इतनी ताकत होती है कि वो भारी वस्तुओं को अपने साथ लेकर चली जा सकती हैं. धूल या रेत से तो आपकी त्वचा को चोट नहीं पहुंचेगी, लेकिन अगर किसी पत्थर या चट्टान से टकरा गए तो?

6. अगर आप अस्थमा यानी दमा के मरीज हैं, या फिर आपको धूल से एलर्जी है, तो अपने इनहेलर और दवाओं के बगैर कभी भी बाहर न जाएं.

7. अगर धूल आपकी आंखों में चली गई है तो उन्हें रगड़ें नहीं. इससे आपकी आंखों को और अधिक नुकसान पहुंच सकता है.

8. और आखिरी लेकिन बहुत ही जरुरी बात- पानी हमेशा पीते रहें, और जहां भी जाएं साथ में पानी जरुर रखें. अगर तूफान में फंस गए तो पानी बहुत जरुरी हो जाता है.
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